09 October 2025
इंदौर में बब्बर खालसा का आतंकी गिरफ्तार, पंजाब में रॉकेट लॉन्चर से थाने पर किया था हमला

इंदौर में बब्बर खालसा का आतंकी गिरफ्तार, पंजाब में रॉकेट लॉन्चर से थाने पर किया था हमला

इंदौर। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इंदौर से खालिस्तानी आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) के एक सक्रिय आतंकी आकाशदीप सिंह उर्फ बाज को गिरफ्तार किया है। आकाशदीप पर पंजाब के गुरदासपुर में एक थाने पर रॉकेट लॉन्चर से हमला करने का आरोप है। गिरफ्तार आतंकी इंदौर में क्रेन ऑपरेटर बनकर छिपा हुआ था और सोशल मीडिया के माध्यम से आतंकी संगठन के संपर्क में था।

दिल्ली पुलिस के डीसीपी अमित कौशिक ने बताया कि आकाशदीप सिंह अमृतसर के चनाचेन गांव का रहने वाला है। उसने अप्रैल 2025 में पंजाब के गुरदासपुर के बटाला में किला लाल सिंह थाने पर रॉकेट लॉन्चर से हमला किया था। इस हमले की जिम्मेदारी बब्बर खालसा से जुड़े हैप्पी पासिया, मनू आगवन और गोपी नवांशहरिया ने सोशल मीडिया पर ली थी। यह हमला यूपी के पीलीभीत और पंजाब में ग्रेनेड हमलों के आरोपी की हत्या का बदला लेने के लिए किया गया था।

गुजरात से होते हुए इंदौर पहुंचा, क्रेन ऑपरेटर बनकर रह रहा था

पुलिस के मुताबिक, पंजाब से भागने के बाद आकाशदीप पहले गुजरात पहुंचा और वहां से इंदौर आकर हीरानगर थाना क्षेत्र की एक निर्माणाधीन बिल्डिंग में क्रेन ऑपरेटर की नौकरी कर छिपकर रह रहा था। बुधवार को दिल्ली पुलिस की टीम ने इंदौर में कार्रवाई कर उसे गिरफ्तार किया। उसके खिलाफ दिल्ली में आर्म्स एक्ट का मामला भी दर्ज है।

विदेशी आतंकी हैंडलर से था संपर्क

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बताया कि आकाशदीप सोशल मीडिया के माध्यम से विदेश में बैठे बब्बर खालसा के एक हैंडलर के संपर्क में था, जो उसे आतंकी गतिविधियों के निर्देश दे रहा था। पुलिस को पहले उसके गुजरात में होने की जानकारी मिली, फिर जांच में उसके इंदौर में छिपे होने का पता चला। इसके बाद इंस्पेक्टर अशोक कुमार भड़ाना के नेतृत्व में टीम इंदौर भेजकर गिरफ्तारी की गई।

पुलिस को उम्मीद है कि पूछताछ में आतंकी नेटवर्क, विदेशी फंडिंग और अन्य संपर्कों को लेकर कई अहम जानकारियां मिलेंगी। डीसीपी कौशिक ने इसे बब्बर खालसा के भारत में फैले नेटवर्क के खिलाफ बड़ी सफलता बताया है।

क्या है बब्बर खालसा इंटरनेशनल

बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) की स्थापना 1978 में तलविंदर सिंह परमार और सुखदेव सिंह बब्बर ने की थी। इसका उद्देश्य पंजाब को भारत से अलग कर खालिस्तान नामक स्वतंत्र सिख राष्ट्र की स्थापना करना है। भारत, अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और जर्मनी ने इसे आतंकी संगठन घोषित किया है।

बीकेआई 1980 के दशक में पंजाब में हत्याएं, बम धमाके और हिंसक वारदात कर चुका है। 1985 में इस संगठन ने एयर इंडिया की फ्लाइट 182 में बम विस्फोट कर 329 लोगों की जान ली थी, जो कनाडा के इतिहास का सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जाता है। आज भी यह संगठन ड्रोन के जरिए हथियार और ड्रग्स की तस्करी, हत्याएं और युवाओं की भर्ती जैसे अपराधों में शामिल है। इसके नेटवर्क को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से मदद मिलने की भी आशंका है। भारत सरकार ने BKI को गैरकानूनी गतिविधियां (निवारण) अधिनियम, 1967 के तहत प्रतिबंधित कर रखा है।