09 October 2025
“उदयपुर फाइल्स” फिल्म को लेकर मुस्लिम समाज का विरोध, कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

“उदयपुर फाइल्स” फिल्म को लेकर मुस्लिम समाज का विरोध, कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

इंदौर में बुधवार को मुस्लिम समाज के प्रतिनिधिमंडल ने शहरकाजी डॉ. इशरत अली के नेतृत्व में कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर आने वाली फिल्म “उदयपुर फाइल्स” के विरोध में ज्ञापन सौंपा। इस प्रतिनिधिमंडल में अंजुमन इस्लाहुल मुस्लेमीन जामा मस्जिद, शहर इंदौर की ओर से समाज के प्रमुख लोग शामिल थे।

प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन में फिल्म के ट्रेलर में प्रयुक्त आपत्तिजनक सामग्री पर आपत्ति जताते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की। उनका कहना है कि फिल्म में पैगम्बर इस्लाम, इस्लामिक धर्मगुरुओं और धार्मिक भावनाओं के खिलाफ कथित तौर पर अपमानजनक भाषा और चित्रण किया गया है, जिससे करोड़ों मुसलमानों की आस्था को ठेस पहुंची है।

ज्ञापन में यह भी कहा गया कि यह मामला केवल धार्मिक भावनाओं का नहीं, बल्कि देश की धर्मनिरपेक्षता, सामाजिक सौहार्द और संवैधानिक मूल्यों का भी उल्लंघन है। समाज के प्रतिनिधियों ने फिल्म “उदयपुर फाइल्स” के प्रदर्शन पर तत्काल रोक लगाने और फिल्म निर्माताओं व संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है।

कलेक्टर आशीष सिंह ने दिया आश्वासन

“शहरकाजी और अंजुमन इस्लाहुल मुस्लेमीन संस्था ने आने वाली फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ को लेकर ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में जिन बातों को उठाया गया है, वे समाज से जुड़ी गंभीर आपत्तियाँ हैं। इसे संबंधित अधिकारियों को उचित कार्रवाई के लिए अग्रेषित किया जाएगा।”

शहरकाजी डॉ. इशरत अली ने कहा,

‘उदयपुर फाइल्स’ नामक फिल्म में हमारे पैगम्बर साहब और इस्लाम धर्म को लेकर आपत्तिजनक बातें कही गई हैं। इसी के विरोध में हम कलेक्टर को ज्ञापन देने आए थे। उन्होंने हमें उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

धार्मिक नेताओं ने जताई चिंता

मुफ्ती-ए-आज़म मालवा, मौलाना नूरुल हक़ नूरी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि फिल्म के ट्रेलर में इस्लाम के बारे में आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया गया है, जिससे समाज में आक्रोश है।

“ऐसी फिल्मों के ज़रिए समाज में वैमनस्य और घृणा फैलाने की कोशिश की जा रही है। हम चाहते हैं कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई हो।”

फिलहाल जिला प्रशासन द्वारा ज्ञापन को आगे की प्रक्रिया हेतु संबंधित विभागों को भेजने की बात कही गई है। मामला धार्मिक भावना से जुड़ा होने के कारण प्रशासन की ओर से विशेष सतर्कता बरती जा रही है।