09 October 2025
वृंदावन पहुंचे मध्यप्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल, संत प्रेमानंद महाराज से ली आध्यात्मिक शिक्षा

वृंदावन पहुंचे मध्यप्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल, संत प्रेमानंद महाराज से ली आध्यात्मिक शिक्षा

वृंदावन में उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने संत प्रेमानंद महाराज से भेंट कर भक्ति, कर्तव्य और समाज सेवा पर प्रेरणादायक उपदेश प्राप्त किए।

वृंदावन, 10 अगस्त 2025 — मध्यप्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल रविवार को अपने पूरे परिवार के साथ वृंदावन पहुंचे, जहां उन्होंने श्री हित राधा केली कुंज में देशभर में प्रसिद्ध रसिक संत प्रेमानंद महाराज के दर्शन किए। यह मुलाकात न केवल एक धार्मिक अवसर रही, बल्कि भक्ति, कर्तव्यनिष्ठा और जनसेवा के प्रति प्रेरणा का माध्यम भी बनी।

सूत्रों के अनुसार, राजेंद्र शुक्ल ने संत से एकांत में विस्तृत आध्यात्मिक वार्तालाप किया। इस दौरान प्रेमानंद महाराज ने कहा कि शासन में सेवा का अवसर मिलना एक बड़ी जिम्मेदारी है। यदि सत्य को साक्षी मानकर ईमानदारी से कर्तव्य का पालन किया जाए और साथ ही भगवान का स्मरण रखा जाए, तो गृहस्थ जीवन में रहते हुए भी ईश्वर की प्रसन्नता और जीवन की सफलता प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने सलाह दी कि भय और लोभ से दूर रहकर धर्म के मार्ग पर चलते हुए देश और समाज की निःस्वार्थ सेवा करनी चाहिए।

संत ने यह भी बताया कि सांसारिक कार्य और आध्यात्मिक साधना का संतुलन ही जीवन को सार्थक बनाता है। उन्होंने डिप्टी सीएम को प्रेरित करते हुए कहा कि यदि नेता सच्चाई और धर्म के सिद्धांतों पर कार्य करें, तो समाज में स्थायी बदलाव संभव है। मुलाकात के बाद उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर अनुभव साझा करते हुए लिखा—“बिनु हरि कृपा मिले नहीं संता! वृंदावन की पावन भूमि पर सपरिवार श्री हित राधा केली कुंज पहुंचकर परम पूज्य प्रेमानंद महाराज से भेंट एक अद्वितीय आध्यात्मिक अनुभव रहा। उनका सान्निध्य प्राप्त होना निश्चित ही जनसेवा से अर्जित पुण्य का परिणाम है, जिसे पाकर मैं अभिभूत हूं।”

वृंदावन का यह प्रवास और संत प्रेमानंद महाराज से हुई यह भेंट धार्मिक और सामाजिक दोनों दृष्टियों से महत्वपूर्ण मानी जा रही है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ऐसे आध्यात्मिक संपर्क न केवल व्यक्तिगत जीवन में सकारात्मक बदलाव लाते हैं, बल्कि जनप्रतिनिधियों के कार्यशैली और निर्णयों में भी पारदर्शिता और कर्तव्यनिष्ठा को मजबूत करते हैं।