09 October 2025
स्कूल कैंटीनों पर फूड इंस्पेक्टरों की अचानक जांच, 63 सैंपल लिए, 15 दिन में स्वच्छता और लाइसेंस दुरुस्त करने के निर्देश

स्कूल कैंटीनों पर फूड इंस्पेक्टरों की अचानक जांच, 63 सैंपल लिए, 15 दिन में स्वच्छता और लाइसेंस दुरुस्त करने के निर्देश

इंदौर में छात्रों को सुरक्षित और स्वच्छ भोजन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से फूड सेफ्टी अधिकारियों ने स्कूल और कॉलेज कैंटीनों में एक विशेष अभियान चलाया। इस अभियान के तहत सात प्रमुख स्कूलों और एक कैंपस कैंटीन में निरीक्षण किया गया, और 63 फूड सैंपल एकत्रित किए गए। जहां भी स्वच्छता में कमी या दस्तावेजों की अनुपस्थिति पाई गई, वहां संबंधित कैंटीनों को नोटिस जारी किए गए हैं।

यह अभियान 4 जुलाई को कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय सलाहकार समिति की बैठक के बाद शुरू हुआ था। बैठक में शैक्षणिक सत्र की शुरुआत से पहले जांच अभियान को और तेज करने के निर्देश दिए गए थे। अतिरिक्त कलेक्टर गौरव बेंल ने इस अभियान की निगरानी की।

स्वच्छता, दस्तावेज और भंडारण पर फोकस
फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स एक्ट, 2006 के तहत जांच में किचन और आसपास की साफ-सफाई, कर्मचारियों की व्यक्तिगत स्वच्छता, कच्चे और पके भोजन का सुरक्षित भंडारण, कीट नियंत्रण की व्यवस्था, और पीने व खाना बनाने के पानी की नियमित जांच पर ध्यान दिया गया।

अधिकारियों ने बताया कि अधिकांश जगहों पर स्वच्छता की स्थिति संतोषजनक पाई गई, लेकिन कई स्कूलों में फूड सेफ्टी लाइसेंस की वैधता, विक्रेता खरीद रिकॉर्ड और अन्य दस्तावेजों में कमी मिली, जिनके सुधार के निर्देश दिए गए हैं।

15 दिन में सुधार के निर्देश, नहीं तो कार्रवाई
स्कूल और कैंटीन संचालकों को कर्मचारियों की व्यक्तिगत स्वच्छता सुधारने, नियमित कीट नियंत्रण कराने और पानी की NABL लैब से जांच कराने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही कच्चे माल को साफ, सूखी और ऊंचाई वाली जगह पर रखने, खराब होने वाली सामग्री को सही तापमान पर सुरक्षित रखने और केवल लाइसेंस प्राप्त विक्रेताओं से ही सामग्री खरीदने के आदेश दिए गए हैं।

फूड सेफ्टी अधिकारियों ने इन संस्थानों को 15 दिन का समय दिया है ताकि वे इन कमियों को दुरुस्त कर सकें। इसके बाद पुनः निरीक्षण किया जाएगा और यदि लापरवाही पाई गई तो फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।

छात्रों को सुरक्षित भोजन उपलब्ध कराने पर रहेगा फोकस
फूड सेफ्टी अधिकारियों ने कहा कि आने वाले हफ्तों में भी स्कूल और कॉलेज कैंटीनों में अचानक और नियमित जांच जारी रहेंगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इंदौर के स्कूलों में छात्रों को पौष्टिक और स्वच्छ भोजन मिल सके।

जांच में शामिल स्कूल और एकत्रित किए गए 63 सैंपल

  • डेली कॉलेज: 7 सैंपल (पनीर, काजू, मसाले)
  • शिशुकुंज इंटरनेशनल स्कूल: 10 सैंपल (घी, आटा, बेसन, मसाले, तेल)
  • श्री सत्य साई विद्या विहार: 6 सैंपल (घी, सब्जियां, दाल, काला नमक, पनीर, मूंगफली का तेल)
  • दिल्ली पब्लिक स्कूल, निपानिया: 11 सैंपल (पनीर, दही, गुलाब जामुन, बीज, दाल, सॉस, केचप, सिरका, नमक, सब्जियां)
  • इंदौर पब्लिक स्कूल, राऊ: 7 सैंपल (पनीर, बेसन, घी, सोयाबीन तेल, खजूर, नमकीन, आलू की सब्जी)
  • द एमराल्ड हाइट्स वर्ल्ड स्कूल: 7 सैंपल (चावल, तुअर दाल, आटा, दाल, सब्जियां, नमक, घी)
  • श्री लक्ष्मी गणेश फूड्स (जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल कैंपस में): 8 सैंपल (घी, हक्का नूडल्स, सीजनिंग पाउडर, केचप, सोया सॉस, मेयोनीज, रेड चिली सॉस)
  • सिका स्कूल: 7 सैंपल (पका चावल, दाल, लाल मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर, हल्दी, पनीर मसाला, नमक)