09 October 2025
इंदौर में चमत्कार: सरकारी अस्पताल में 5.43 किलो की बच्ची का सुरक्षित जन्म, तोड़ा प्रदेश का रिकॉर्ड

इंदौर में चमत्कार: सरकारी अस्पताल में 5.43 किलो की बच्ची का सुरक्षित जन्म, तोड़ा प्रदेश का रिकॉर्ड

इंदौर। मध्यप्रदेश में अब तक की सबसे वजनी नवजात का जन्म इंदौर के सरकारी अस्पताल में हुआ है। शुक्रवार को पीसी सेठी अस्पताल में 24 वर्षीय रीता पति नंदकिशोर ने 5.43 किलोग्राम वजनी बच्ची को जन्म दिया। यह वजन प्रदेश में अब तक सरकारी अस्पताल में जन्मी किसी भी नवजात बच्ची का सबसे अधिक वजन है। इससे पहले वर्ष 2021 में मंडला में 5.1 किलोग्राम वजनी बच्चा जन्मा था, जिसे अब इंदौर में हुए इस जन्म ने पीछे छोड़ दिया है।

डॉक्टरों के मुताबिक, रीता का वजन 90 किलोग्राम था और उसे हाई ब्लड प्रेशर, प्री-एक्लेम्पसिया और शरीर में सूजन जैसी जटिल स्वास्थ्य समस्याएं थीं। ऐसे में नॉर्मल डिलीवरी असंभव थी, जिसके चलते डॉक्टरों ने सीजेरियन ऑपरेशन से सुरक्षित डिलीवरी कराई।

गायनोकोलॉजिस्ट डॉ. कोमल विजयवर्गीय ने बताया, “यह एक अत्यंत जटिल और हाई रिस्क केस था। फिलहाल बच्ची की पल्स और ब्लड प्रेशर की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। मां और बच्ची दोनों स्वस्थ और स्थिर हैं और जल्द ही उन्हें डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।”

इस जटिल सर्जरी में एनेस्थीसिया एक्सपर्ट डॉ. सुनीता भटनागर की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही। अस्पताल प्रबंधन के अनुसार इस तरह के हाई रिस्क केस पहले सिर्फ निजी अस्पतालों में कराए जा सकते थे, लेकिन अब सरकारी अस्पतालों में भी पूरी सुरक्षा के साथ ऐसे केस संभाले जा रहे हैं और वह भी निशुल्क।

इस उपलब्धि के बाद सीएमएचओ डॉ. माधव हसानी ने अस्पताल का दौरा कर डॉक्टरों और सहयोगी स्टाफ की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह केस इस बात का उदाहरण है कि जननी सुरक्षा योजना और सरकारी स्वास्थ्य योजनाओं के चलते अब हाई रिस्क प्रेग्नेंसी की देखभाल और सुरक्षित डिलीवरी सरकारी अस्पतालों में भी संभव हो पा रही है।

डॉक्टरों के मुताबिक, नवजात का वजन औसत से कहीं अधिक है और इसके पीछे मां का अधिक वजन और प्रेग्नेंसी के दौरान डायट भी एक कारण हो सकता है। फिलहाल बच्ची और मां दोनों की हालत अच्छी है और डॉक्टरों की विशेष निगरानी में रखी गई है।

यह केस मध्यप्रदेश के सरकारी स्वास्थ्य तंत्र की सक्षमता का उदाहरण है, जो कठिन परिस्थितियों में भी सुरक्षित डिलीवरी कर मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।