09 October 2025
इंदौर में राशन की कालाबाजारी का बड़ा खुलासा: गुजरात भेजी जा रही थी गरीबों का अनाज, महापौर परिषद सदस्य और समाजसेवी ने पकड़ी बड़ी खेप

इंदौर में राशन की कालाबाजारी का बड़ा खुलासा: गुजरात भेजी जा रही थी गरीबों का अनाज, महापौर परिषद सदस्य और समाजसेवी ने पकड़ी बड़ी खेप

इंदौर। शहर में गरीबों के हक पर डाका डालने की साजिश को इंदौर नगर निगम के महापौर परिषद सदस्य मनीष शर्मा ‘मामा’ और समाजसेवी अर्पित शर्मा ने विफल कर दिया। शनिवार 19 जुलाई 2025 को राजेन्द्र नगर थाना क्षेत्र के केट चौराहे पर एक आइसर वाहन (छोटा ट्रक MP 13 JK 1074) को पकड़ा गया, जिसमें सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) का लगभग 200 कट्टे गेहूं और चावल अवैध रूप से भरकर ले जाए जा रहे थे।

बेटमा होते हुए गुजरात भेजने की थी तैयारी

जांच में सामने आया है कि यह अनाज गरीबों को मिलने वाला सरकारी राशन है, जिसे इकट्ठा कर बेटमा ले जाया जा रहा था। वहां से इसे बड़े ट्रक में लादकर गुजरात में ऊंचे दामों में बेचने की योजना थी। वाहन में मौजूद ड्राइवर से हुई प्रारंभिक पूछताछ में खुलासा हुआ कि यह पूरा माल और वाहन यश राठौड़ निवासी बेटमा का है, जो राशन की तस्करी से बड़ा मुनाफा कमाने की योजना में जुटा था।

दो आरोपियों के खिलाफ FIR, बड़े नेटवर्क की जांच

इस कार्रवाई में दो आरोपियों – अबरार पिता इकबाल और मुकेश पिता डबडू – के खिलाफ राजेन्द्र नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। महापौर परिषद सदस्य मनीष शर्मा ने बताया कि राशन की कालाबाजारी करने वाला यह नेटवर्क सिर्फ इंदौर ही नहीं, बल्कि आसपास के जिलों में भी सक्रिय हो सकता है। यह नेटवर्क गरीबों के हक के राशन को अवैध रूप से इकट्ठा कर ऊंचे दामों में अन्य राज्यों में बेचता है, जिससे शासन की योजनाओं को आर्थिक क्षति पहुंचाई जाती है।

मौके पर पहुंचे खाद्य विभाग और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई

इस कार्रवाई में फूड अधिकारी मोहन मारू और राहुल शर्मा को तत्काल सूचना देकर कार्रवाई में शामिल किया गया। मौके पर महादेव मुवेल, एसएस गामड़ और राहुल शर्मा की टीम भी पहुंची और वाहन को कब्जे में लेकर थाने पहुंचाया। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि यह राशन कालाबाजारी का नेटवर्क काफी समय से सक्रिय था और शहर में अन्य व्यापारियों की संलिप्तता की भी जांच की जा रही है।

महापौर परिषद सदस्य ने की जनता से अपील

एमआईसी सदस्य मनीष शर्मा ने जनता से अपील करते हुए कहा, “गरीबों के हक पर डाका डालने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। यदि किसी को भी कहीं राशन की कालाबाजारी या संदेहास्पद गतिविधियां दिखाई देती हैं तो तुरंत प्रशासन और पुलिस को सूचना दें। शहर के हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है कि ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ प्रशासन का साथ देकर समाज में सकारात्मक माहौल बनाए रखें।”

राशन चोरी पर प्रशासन का सख्त संदेश

इस कार्रवाई से प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि गरीबों के हक पर डाका डालने वाले माफियाओं और तस्करों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ वास्तविक लाभार्थियों तक पहुंचे, इसके लिए नगर निगम, खाद्य विभाग और पुलिस मिलकर कार्रवाई कर रहे हैं। इस कार्रवाई ने उन लोगों के खिलाफ भी चेतावनी का काम किया है जो अभी भी राशन चोरी और अवैध बिक्री में संलिप्त हैं।

इंदौर में इस प्रकार की लगातार कार्रवाई से यह संदेश गया है कि अवैध कारोबार करने वालों के खिलाफ प्रशासन सजग और सक्रिय है और गरीबों के हक की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।