09 October 2025
मोहर्रम में पुलिस कार्रवाई पर बवाल: नूरी खान ने उठाई न्यायिक जांच और पुलिसकर्मियों की बर्खास्तगी की मांग

मोहर्रम में पुलिस कार्रवाई पर बवाल: नूरी खान ने उठाई न्यायिक जांच और पुलिसकर्मियों की बर्खास्तगी की मांग

उज्जैन। मोहर्रम जुलूस पर हुए लाठीचार्ज मामले को लेकर उज्जैन में सियासत गरमा गई है। कांग्रेस प्रवक्ता नूरी खान ने इस घटना को लेकर प्रशासन और पुलिस पर गंभीर सवाल खड़े करते हुए पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग की है। साथ ही दोषी पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने और झूठे केस खत्म करने की भी मांग की है।

गौरतलब है कि 6 जुलाई की रात उज्जैन में मोहर्रम के जुलूस के दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। पुलिस का कहना था कि कुछ लोग जुलूस को तय मार्ग से हटाकर प्रतिबंधित मार्ग पर ले जाने की कोशिश कर रहे थे। रोकने पर भीड़ ने बैरिकेड्स तोड़ दिए और हंगामा किया, जिसके बाद पुलिस को मजबूरी में लाठीचार्ज करना पड़ा। इस मामले में 16 लोगों पर केस दर्ज किया गया है।

घटना के पांच दिन बाद कांग्रेस प्रवक्ता नूरी खान ने उज्जैन के एक होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि पुलिस ने बिना किसी ठोस कारण और आदेश के धार्मिक जुलूस पर लाठीचार्ज कर मुस्लिम समाज को बदनाम करने का प्रयास किया है। उन्होंने प्रशासन से पूछा कि अगर मार्ग का डायवर्शन किया गया था, तो इस बारे में आयोजकों को कब और कैसे सूचित किया गया? क्या इसके कोई वीडियो फुटेज या बैठक में हुई सहमति का रजिस्टर में उल्लेख मौजूद है?

नूरी खान ने सवाल किया कि आखिर किसके आदेश पर पुलिस ने धार्मिक जुलूस पर लाठीचार्ज किया और क्यों मुस्लिम समाज की धार्मिक भावनाओं को आहत किया गया? उन्होंने कहा कि जो पुलिसकर्मी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के दोषी हैं, उन्हें तुरंत बर्खास्त किया जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

उन्होंने कहा कि कानून के तहत 24 घंटे में एफआईआर की कॉपी मजिस्ट्रेट को प्रस्तुत की जानी चाहिए थी, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं किया गया है। इसके अलावा जिन 16 लोगों पर झूठे केस दर्ज किए गए हैं, उन्हें तुरंत निरस्त किया जाए।

नूरी खान ने कहा कि इस प्रकार की कार्रवाई से समाज में अविश्वास और भय का माहौल बन रहा है। उन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाया कि यह कार्रवाई सुनियोजित तरीके से मुस्लिम समाज की छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए की गई है। उन्होंने कहा कि पुलिस और प्रशासन को संवेदनशीलता के साथ काम करना चाहिए, ताकि किसी भी धार्मिक आयोजन के दौरान शांति बनी रहे और किसी भी वर्ग की भावनाओं को ठेस न पहुंचे।

उन्होंने कहा कि अगर 15 दिनों के भीतर इस मामले में न्यायिक जांच शुरू नहीं की गई और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो कांग्रेस इस मुद्दे पर व्यापक आंदोलन करेगी।

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि मोहर्रम का जुलूस एक धार्मिक परंपरा है और इसे शांतिपूर्वक आयोजित करने में प्रशासन की जिम्मेदारी बनती है, लेकिन इसके विपरीत, लाठीचार्ज कर के वातावरण को तनावपूर्ण बना दिया गया। उन्होंने कहा कि इस मामले में प्रशासन को पारदर्शिता से काम करना चाहिए और दोषियों को सजा दिलाकर न्याय दिलाना चाहिए।