
ट्रम्प और पुतिन 15 अगस्त को अलास्का में मिलेंगे: यूक्रेन युद्ध खत्म करने की कोशिश, जानिए अलास्का का इतिहास और रणनीतिक महत्व
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 15 अगस्त को अलास्का में मुलाकात करेंगे। इस बैठक का मकसद यूक्रेन में साढ़े तीन साल से जारी युद्ध को खत्म करने की दिशा में कदम उठाना है। खास बात यह है कि दोनों नेता पहली बार अमेरिकी जमीन पर आमने-सामने होंगे।
रूस ने शुरुआत में बैठक के लिए UAE का सुझाव दिया था, लेकिन ट्रम्प ने अलास्का को चुना। अलास्का, जो कभी रूस का हिस्सा था, 158 साल पहले 7.2 मिलियन डॉलर (करीब 45 करोड़ रुपए) में अमेरिका को बेचा गया था। यह इलाका कनाडा से सटा है और रूस से सिर्फ 88 किलोमीटर दूर है।
रणनीतिक दृष्टि से अहम अलास्का
अलास्का के पास रूस के मिलिट्री बेस, एयरफोर्स स्टेशन और संभवतः परमाणु हथियार भंडार हैं। यह राज्य अमेरिका की ऊर्जा जरूरतों का बड़ा हिस्सा पूरा करता है—लगभग 20% पेट्रोल उत्पादन यहीं से होता है। इसके अलावा यहां सोना, हीरे और तेल के विशाल भंडार हैं।
इतिहास: रूस का ‘स्वर्ग’ जो अमेरिका का ‘खजाना’ बन गया
18वीं सदी में रूस ने अलास्का में बसना शुरू किया और फर ट्रेड के लिए चौकियां बनाईं। 1867 में रूस ने आर्थिक संकट और ब्रिटेन के कब्जे के डर से इसे अमेरिका को बेच दिया। उस समय अमेरिका में इस सौदे का मजाक उड़ाया गया और इसे “सिवार्ड्स फॉली” कहा गया। Ji
आज अलास्का न केवल प्राकृतिक संपदा के कारण बल्कि अपनी भौगोलिक स्थिति से भी अमेरिका के लिए महत्वपूर्ण है। आर्कटिक क्षेत्र में होने के कारण यह वैश्विक सुरक्षा में अहम भूमिका निभाता है और पर्यटन से भी अरबों डॉलर की कमाई करता है।
- By Pradesh Express
- Edited By: Pradesh Express Editor
- Updated: Sun, 10 Aug 2025 09:28 PM (IST)
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