
विधानसभा-1 में रक्षाबंधन की सांस्कृतिक छटा: मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने महिला कार्यकर्ताओं संग पर्व मनाया, बच्चों में संस्कारों की आवश्यकता पर दिया विशेष जोर
इंदौर, 7 अगस्त 2025
इंदौर की विधानसभा क्षेत्र-1 में इस बार रक्षाबंधन का पर्व सिर्फ एक पारिवारिक उत्सव नहीं रहा, बल्कि यह एक सांस्कृतिक समागम और सामाजिक संदेश देने वाला आयोजन बन गया। प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने मंगलवार को अपने विधानसभा क्षेत्र में महिला कार्यकर्ताओं, स्थानीय नागरिकों और भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ पारंपरिक रूप से रक्षाबंधन मनाया। इस अवसर पर उनके पुत्र और पूर्व विधायक आकाश विजयवर्गीय भी उनके साथ मौजूद रहे।
बहनों ने बांधी राखी, मंच पर गूंजे भाई-बहन के गीत
इस आयोजन के दौरान महिला कार्यकर्ताओं ने मंच पर मंत्री विजयवर्गीय और उनके पुत्र आकाश विजयवर्गीय को राखी बांधी। भाई-बहन के पवित्र रिश्ते की भावना को और प्रगाढ़ करने के लिए दोनों नेताओं ने मंच से भावनात्मक और सांस्कृतिक गीतों की प्रस्तुति भी दी। गीतों की धुन और कार्यक्रम का माहौल उपस्थित जनसमूह को भावुक कर गया। कार्यक्रम स्थल पूरी तरह पारंपरिक रंगों, फूलों और रक्षाबंधन के प्रतीकों से सुसज्जित था, जिसने आयोजन की गरिमा को और बढ़ाया।

बच्चों में संस्कारों की अहमियत पर बोले विजयवर्गीय
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने अपने संबोधन में समाज में बढ़ते नैतिक संकट पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि आज के दौर में बच्चों को सही और पारंपरिक संस्कारों की अत्यंत आवश्यकता है। उन्होंने कहा:
“आज की बच्चियां ‘लव जिहाद’ जैसे खतरनाक षड्यंत्रों का शिकार हो रही हैं। यह बहुत चिंताजनक है। समाज की माताओं और परिवारों की यह जिम्मेदारी बनती है कि वे अपने बेटों और बेटियों को ऐसे संस्कार दें, जिससे वे किसी भी बहकावे में न आएं।”
उन्होंने यह भी कहा कि रक्षाबंधन जैसे पर्व केवल पारंपरिक रस्में नहीं हैं, बल्कि ये हमारी संस्कृति की आत्मा हैं, जो परिवार, समाज और देश को जोड़ने का कार्य करते हैं।
संगठनात्मक एकता और सामाजिक जुड़ाव का प्रतीक
इस आयोजन में बड़ी संख्या में महिला कार्यकर्ता, भाजपा के स्थानीय पदाधिकारी, पार्षदगण और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। रक्षाबंधन के इस आयोजन के माध्यम से समाज के सभी वर्गों के लोगों को जोड़ने का कार्य किया गया। कार्यक्रम के समापन पर कैलाश विजयवर्गीय ने सभी बहनों को उपहार देकर उनका सम्मान किया और उन्हें रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएं दीं।
सांस्कृतिक विरासत को सहेजने की पहल
रक्षाबंधन का यह आयोजन सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि यह प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत को सहेजने और नई पीढ़ी को उसकी जड़ों से जोड़ने का प्रयास भी था। मंत्री विजयवर्गीय के नेतृत्व में आयोजित यह पर्व राजनीति से परे जाकर सामाजिक और सांस्कृतिक चेतना का प्रतीक बन गया।
- By Pradesh Express
- Edited By: Pradesh Express Editor
- Updated: Thu, 07 Aug 2025 01:08 PM (IST)