08 October 2025
इंदौर के राजा रघुवंशी हत्याकांड: शिलॉन्ग कोर्ट ने 1 सितंबर तक चालान पेश करने का आदेश, एसआईटी ने इंदौर में जुटाए सबूत

इंदौर के राजा रघुवंशी हत्याकांड: शिलॉन्ग कोर्ट ने 1 सितंबर तक चालान पेश करने का आदेश, एसआईटी ने इंदौर में जुटाए सबूत

इंदौर। चर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड में शिलॉन्ग कोर्ट ने मेघालय पुलिस को 1 सितंबर तक चालान पेश करने के निर्देश दिए हैं। इसी कड़ी में मेघालय पुलिस की एसआईटी टीम इंदौर पहुंची और फरारी के दौरान राज कुशवाहा से जुड़े लोगों से पूछताछ की। हालांकि, अब तक कोई अहम सुराग हाथ नहीं लगा है।

मोबाइल सिम की जांच
एसआईटी ने बाणगंगा इलाके की उस मोबाइल दुकान का भी निरीक्षण किया, जहां से राज ने दो सिम कार्ड खरीदे थे। इनमें से एक सिम आनंद कुर्मी के दस्तावेजों पर लिया गया था, जो हत्याकांड में शामिल पाया गया है।

दोस्तों से पूछताछ
क्राइम ब्रांच ने राज के दोस्त भरत जाधव और अभिषेक मोरे को पूछताछ के लिए बुलाया। दोनों ने बताया कि वे एक ही कॉलोनी में रहते थे और वहीं दोस्ती हुई थी। हालांकि, उन्होंने सोनम और राज के रिश्तों को लेकर किसी जानकारी से इंकार किया। उनके अनुसार, राज एक प्लायवुड कंपनी में काम करता था।

एसआईटी बना सकती है गवाह
सबूत मिटाने के आरोपियों शिलोम जेम्स, भूपेंद्र भदौरिया और बलवीर अहिरवार को जमानत मिल चुकी है। अब एसआईटी नए सिरे से सबूत इकट्ठा कर उनकी जमानत निरस्त कराने की तैयारी कर रही है। संभावना है कि इंदौर में जिनसे पूछताछ हुई है, उन्हें केस में गवाह बनाया जा सकता है।

परिजनों का विरोध
राजा रघुवंशी के परिजनों ने बताया कि उनके वकील को चालान पेश होने की जानकारी मिल चुकी है। वे फिलहाल आरोपियों की जमानत याचिकाओं पर आपत्ति दर्ज करवा रहे हैं। कुछ दिन पहले भी आरोपियों की जमानत याचिकाएं कोर्ट में दाखिल हुई थीं, जिनका परिजनों के वकील ने विरोध किया था।

कैसे हुआ था हत्या कांड?
इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की 11 मई को सोनम से शादी हुई थी। 20 मई को दोनों हनीमून के लिए शिलॉन्ग रवाना हुए। 22 मई को वे सोहरा घूमने गए थे और वहां एक एक्टिवा किराए पर ली थी। इसी दौरान राजा की संदिग्ध परिस्थितियों में हत्या कर दी गई थी। बाद में शिलॉन्ग की एक खाई से राजा का शव बरामद हुआ था।