10 October 2025
इंदौर: कलेक्टर की जांच में उजागर हुआ 100 करोड़ से अधिक की जमीनों की फर्जी रजिस्ट्री घोटाला

इंदौर: कलेक्टर की जांच में उजागर हुआ 100 करोड़ से अधिक की जमीनों की फर्जी रजिस्ट्री घोटाला

इंदौर।

इंदौर में जमीन माफियाओं और रजिस्ट्री कार्यालय की मिलीभगत से 100 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की संपत्तियों और जमीनों की फर्जी रजिस्ट्री घोटाले का खुलासा हुआ है। कलेक्टर आशीष सिंह द्वारा कराई गई जांच में यह बड़ा घोटाला सामने आया है, जिसमें फर्जी दस्तावेज रजिस्ट्री कार्यालय की रिकॉर्ड पंजी में भी लगे पाए गए हैं।

लंबे समय से मिल रही थी शिकायतें

कलेक्टर आशीष सिंह के पास लंबे समय से शिकायतें पहुंच रही थीं कि कई लोगों की संपत्तियों और जमीनों की बिना उनकी जानकारी और अनुमति के फर्जी रजिस्ट्री कर दी गई है, जबकि उन्होंने अपनी संपत्तियां बेची ही नहीं थीं। शिकायतों की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर ने इस मामले की जांच वरिष्ठ जिला पंजीयक दीपक शर्मा से कराई।

जांच में शिकायतें सही पाए जाने पर कलेक्टर ने एमजी रोड थाने में एफआईआर दर्ज कराई। साथ ही रिकॉर्ड रूम के प्रभारी को सस्पेंड कर दिया गया है, वहीं नगर निगम के कुछ कर्मचारियों पर भी कार्रवाई के लिए पत्र लिखा गया है।

फर्जी रजिस्ट्री करने वाले गिरोह पर शक

कलेक्टर ने मामले की गहराई से जांच के लिए जिला पंजीयक चक्रपाणि मिश्रा के निर्देशन में 5 सदस्यीय जांच समिति गठित कर विस्तृत जांच कराने के निर्देश दिए थे। जांच समिति ने हाल ही में अपनी रिपोर्ट कलेक्टर को सौंप दी है, जिसमें 20 संपत्तियों और जमीनों की फर्जी रजिस्ट्री की पुष्टि हुई है, जिनकी वर्तमान बाजार कीमत 100 करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है।

जांच में यह भी सामने आया है कि रजिस्ट्री कार्यालय के रिकॉर्ड रूम में मूल रजिस्ट्री हटाकर फर्जी दस्तावेज लगा दिए गए थे, जिससे साफ होता है कि रिकॉर्ड रूम के कुछ कर्मचारी भी इस फर्जीवाड़े में शामिल हैं। इस मामले में जल्द ही पंढरीनाथ थाने में एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी की जा रही है।

पीड़ितों को मिला कलेक्टर का आश्वासन

जिन लोगों की संपत्तियों की फर्जी रजिस्ट्री कराई गई थी, वे लंबे समय से परेशान थे। फर्जी दस्तावेजों के आधार पर माफिया उनकी जमीनों पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे थे। इस पर कलेक्टर आशीष सिंह ने पीड़ितों को भरोसा दिलाया कि प्रशासन उनके साथ न्याय करेगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

बड़े घोटाले पर सख्त प्रशासन

यह घोटाला उजागर होने के बाद प्रशासन ने रजिस्ट्री कार्यालय और संपत्ति संबंधी दस्तावेजों की जांच तेज कर दी है। कलेक्टर आशीष सिंह का कहना है कि इस मामले में संलिप्त अधिकारियों और कर्मचारियों की पहचान कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।