DAVV IET हॉस्टल में रैगिंग का सनसनीखेज मामला: जूनियर छात्रों के साथ मारपीट और अमानवीय हरकतें, पुलिस जांच में जुटी
इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (DAVV) के इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (IET) के हॉस्टल में रैगिंग का बेहद गंभीर और सनसनीखेज मामला सामने आया है। गुरुवार देर रात बीटेक थर्ड और फोर्थ ईयर के कुछ सीनियर छात्रों ने हॉस्टल में रह रहे जूनियर स्टूडेंट्स को अपने कमरे में बुलाया और परिचय के नाम पर उनके साथ जबरदस्ती मारपीट की। घटना यहीं नहीं रुकी, बल्कि एक छात्र को अपमानित करते हुए उसका चेहरा जबरन कमोड में डालकर फ्लश तक चला दिया गया। इस घिनौनी हरकत से डरे-सहमे छात्रों ने तुरंत पुलिस की शरण ली और भंवरकुआं थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत मिलते ही पुलिस हरकत में आ गई और मामले की गहराई से जांच शुरू कर दी। कुछ सीनियर छात्रों की पहचान पहले ही हो चुकी है और पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि छात्रों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। घटना की गंभीरता को देखते हुए हॉस्टल परिसर में अफरा-तफरी का माहौल है और जूनियर छात्र अब खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे।
घटना के बाद जूनियर छात्रों ने अपने परिजनों और IET प्रबंधन को भी पूरी जानकारी दी। मामले के सार्वजनिक होते ही विश्वविद्यालय परिसर और हॉस्टल प्रशासन में हड़कंप मच गया। यह घटना ऐसी है जिसने न सिर्फ पीड़ित छात्रों को मानसिक रूप से झकझोर दिया है बल्कि विश्वविद्यालय की छवि पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। परिजन भी अब अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हो गए हैं और उन्होंने प्रबंधन से ठोस कदम उठाने की मांग की है।
यह पहला मौका नहीं है जब IET हॉस्टल में छात्रों के साथ मारपीट या रैगिंग जैसी हरकतें सामने आई हों। 19 अगस्त को भी इसी तरह का मामला उजागर हुआ था। उस घटना में प्रबंधन ने जांच के बाद 22 अगस्त को 6 सीनियर छात्रों को हॉस्टल से निष्कासित कर दिया था। पीड़ित छात्रों ने तब विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) तक शिकायत की थी। UGC ने इस पर गंभीरता दिखाते हुए विश्वविद्यालय प्रबंधन को तुरंत जांच करने और कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।
IET के प्रभारी डायरेक्टर डॉ. प्रतोष बंसल ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा है कि पहला मामला रैगिंग का नहीं था बल्कि परिचय लेने के नाम पर सीनियर छात्रों ने जूनियर्स के साथ बदसलूकी की थी। इसके चलते 6 छात्रों को हॉस्टल से निष्कासित किया गया। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि ताज़ा मामले की पूरी जानकारी अभी सामने नहीं आई है, लेकिन अगर शिकायत मिली है तो निश्चित रूप से जांच होगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
लगातार हो रही ऐसी घटनाओं ने विश्वविद्यालय की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं। छात्र और उनके परिजन दोनों ही अब प्रशासन से यह उम्मीद कर रहे हैं कि हॉस्टल में निगरानी व्यवस्था और सुरक्षा को और मजबूत किया जाए ताकि भविष्य में किसी भी छात्र को इस तरह की रैगिंग और अपमानजनक घटनाओं का शिकार न होना पड़े।
- By Pradesh Express
- Edited By: Pradesh Express Editor
- Updated: Sat, 30 Aug 2025 06:09 AM (IST)