महाकाल मंदिर विवाद पर बीजेपी विधायक गोलू शुक्ला को पार्टी संगठन की फटकार, बेटे रुद्राक्ष के आचरण से नाखुश भाजपा ने जताई नाराज़गी
भोपाल/इंदौर/उज्जैन। उज्जैन के विश्वप्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में गर्भगृह में जबरन प्रवेश और पुजारियों से विवाद करने के मामले में भाजपा विधायक गोलू शुक्ला की मुश्किलें बढ़ गई हैं। इंदौर विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 3 से विधायक गोलू शुक्ला के बेटे रुद्राक्ष शुक्ला द्वारा मंदिर में किए गए अभद्र व्यवहार और स्वयं विधायक के समर्थन वाले बयान के बाद पार्टी नेतृत्व ने नाराजगी जताई है।
मंगलवार को भोपाल में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल और संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा ने विधायक को तलब किया और बेटे के व्यवहार और मीडिया में दिए बयान को लेकर फटकार लगाई। विधायक ने मीडिया से बात करते हुए विवाद के बाद कहा था, “मैं अपने बेटे के साथ हूं,” जिसे लेकर पार्टी ने उन्हें चेतावनी दी कि सार्वजनिक रूप से इस तरह के समर्थन से पार्टी की छवि धूमिल होती है।
घटना का पूरा विवरण – गर्भगृह में जबरन प्रवेश, पुजारियों से बहस
यह विवाद बीते रविवार देर रात उस समय हुआ जब सावन के दूसरे सोमवार को उज्जैन में कांवड़ यात्रा के साथ पहुंचे विधायक गोलू शुक्ला ने अपने समर्थकों के साथ महाकाल मंदिर में दर्शन किए। तड़के करीब ढाई बजे भस्म आरती के पट खुलने के बाद विधायक मंदिर पहुंचे। उनके साथ उनका बेटा रुद्राक्ष शुक्ला भी मौजूद था। मंदिर प्रशासन के अनुसार, दर्शन की पूर्व अनुमति केवल विधायक को ही दी गई थी। बावजूद इसके, रुद्राक्ष ने जबरन गर्भगृह में प्रवेश किया और उसे रोकने वाले मंदिर कर्मचारी आशीष दुबे से बहस और धमकीभरे लहजे में बातचीत की।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रुद्राक्ष ने मंदिर की गरिमा के विपरीत आचरण करते हुए सुरक्षा नियमों की अवहेलना की और 5 मिनट तक गर्भगृह में रुका रहा। इस दौरान विधायक स्वयं भी मौजूद थे, जिससे विवाद और भी गहरा गया।
विधायक की सफाई – परमिशन थी, लेकिन कहासुनी हो गई
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए विधायक गोलू शुक्ला ने कहा, “हमारे पास 5 लोगों की परमिशन थी। बिना परमिशन हम कोई काम नहीं करते। दर्शन के दौरान कर्मचारी ने जब रोका, तो हल्की-फुल्की कहासुनी हुई, लेकिन कोई बड़ा विवाद नहीं हुआ।” हालांकि मंदिर प्रशासन इस दावे से सहमत नहीं है और कह रहा है कि केवल विधायक को ही अनुमति दी गई थी।
पहले भी कर चुके हैं ऐसा – देवास में भी आधी रात किया था विवाद
यह पहली बार नहीं है जब विधायक के बेटे रुद्राक्ष शुक्ला किसी धार्मिक स्थल पर विवाद में शामिल हुए हों। इससे पहले करीब तीन महीने पूर्व देवास जिले की टेकरी माता मंदिर में भी उन्होंने आधी रात को पहुंचकर विवाद किया था। उस समय उनके काफिले में लाल बत्ती और हूटर लगी एक कार भी थी, जिसे उज्जैन की पॉश कॉलोनी विद्यानगर से जब्त किया गया था।
देवास पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से कार की पहचान की थी और पाया गया कि घटना के वक्त कार में रुद्राक्ष के साथ लोकेश चांदवानी भी मौजूद था। इसके बाद देवास कोतवाली थाना पुलिस की टीम उज्जैन पहुंची और जांच की गई।
भाजपा संगठन सख्त – धार्मिक स्थलों की गरिमा बनाए रखें नेता
पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने साफ किया है कि धार्मिक स्थलों की गरिमा से खिलवाड़ और सत्ता के मद में नियमों की अवहेलना करने वाले नेताओं या उनके परिजनों के व्यवहार को भाजपा किसी कीमत पर स्वीकार नहीं करेगी। संगठन ने विधायक गोलू शुक्ला को अनुशासन की मर्यादा में रहने की चेतावनी दी है।
राजनीतिक हलकों में हलचल, विपक्ष को मिला मुद्दा
यह मामला राजनीतिक गलियारों में भी चर्चा का विषय बन गया है। कांग्रेस सहित विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को हाथों-हाथ लेते हुए भाजपा पर सत्ता के घमंड में धार्मिक आस्थाओं और परंपराओं का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है।
- By Pradesh Express
- Edited By: Pradesh Express Editor
- Updated: Wed, 30 Jul 2025 07:28 AM (IST)