
ओबीसी आरक्षण को लेकर कांग्रेस का इंदौर में जोरदार प्रदर्शन, कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
इंदौर। मध्यप्रदेश में ओबीसी आरक्षण को लेकर चल रहे विवाद के बीच कांग्रेस ने गुरुवार को इंदौर कलेक्टर कार्यालय पर बड़ा प्रदर्शन किया। शहर कांग्रेस और जिला कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ता व पदाधिकारी कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और “वोट चोर कुर्सी छोड़” जैसे नारे लगाए। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेताओं ने भाजपा सरकार पर ओबीसी वर्ग के अधिकारों को छीनने का आरोप लगाया और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए तत्काल आरक्षण बहाल करने की मांग की।
इंदौर शहर कांग्रेस अध्यक्ष चिंटू चौकसे और जिला कांग्रेस अध्यक्ष (ग्रामीण) विपिन वानखेड़े ने कहा कि जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी, तब गरीब और ओबीसी वर्ग को कभी किसी तरह की परेशानी नहीं हुई। कांग्रेस सरकार ने हमेशा समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक को उसका अधिकार दिलाने का काम किया। लेकिन भाजपा सरकार आने के बाद ओबीसी वर्ग को उनके संवैधानिक हक से वंचित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में न केवल ओबीसी बल्कि समाज का हर वर्ग परेशान है।
विपिन वानखेड़े ने मीडिया से बातचीत में कहा कि ओबीसी आरक्षण का मुद्दा केवल राजनीति का विषय नहीं है, बल्कि यह सामाजिक न्याय और समानता का सवाल है। कांग्रेस पार्टी शुरू से ही आरक्षण के पक्ष में रही है और उसने हमेशा पिछड़े वर्गों के अधिकारों की रक्षा की है। लेकिन वर्तमान सरकार ने आरक्षण को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया, जिसके चलते समाज में असंतोष बढ़ रहा है।
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि आरक्षण केवल चुनावी वादा नहीं, बल्कि यह संवैधानिक अधिकार है, जिसे भाजपा सरकार जानबूझकर नजरअंदाज कर रही है। नेताओं ने यह भी कहा कि अगर सरकार ने जल्द ही इस विषय पर सकारात्मक पहल नहीं की, तो कांग्रेस प्रदेशव्यापी आंदोलन को और तेज करेगी।
कलेक्टर को सौंपे गए ज्ञापन में कांग्रेस ने यह स्पष्ट किया कि ओबीसी वर्ग को उनका आरक्षण मिलना जरूरी है, अन्यथा कांग्रेस सड़कों पर उतरकर आंदोलन को और व्यापक बनाएगी। इस प्रदर्शन में शहर और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों से बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता, पदाधिकारी और वरिष्ठ नेता शामिल हुए।
इस बीच, कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर यह भी आरोप लगाया कि वह ओबीसी वर्ग के साथ भेदभाव कर रही है और उन्हें उनके राजनीतिक तथा सामाजिक अधिकारों से वंचित कर रही है। कांग्रेस नेताओं का कहना था कि जब-जब कांग्रेस सत्ता में आई है, उसने समाज के कमजोर वर्गों को मजबूत करने और उनके अधिकारों को सुरक्षित रखने का काम किया है।
यह प्रदर्शन कांग्रेस की ओर से ओबीसी आरक्षण को लेकर चलाए जा रहे राज्यव्यापी आंदोलन का हिस्सा है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले विधानसभा चुनावों में ओबीसी आरक्षण का मुद्दा भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों के लिए बेहद अहम साबित हो सकता है।
- By Pradesh Express
- Edited By: Pradesh Express Editor
- Updated: Thu, 28 Aug 2025 10:10 AM (IST)