09 October 2025
परिंदों को मिलेगा नया आशियाना: कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय में बनेंगे तालाबनुमा पिंजरे

परिंदों को मिलेगा नया आशियाना: कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय में बनेंगे तालाबनुमा पिंजरे

इंदौर। शहर का मशहूर कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय अब पक्षियों के लिए और भी बेहतर व प्राकृतिक माहौल देने की तैयारी में है। नगर निगम ने यहां पक्षियों के लिए विशेष तालाबनुमा पिंजरों के निर्माण का निर्णय लिया है, जिस पर करीब ₹80 लाख का खर्च आएगा। इसके लिए टेंडर भी जारी कर दिया गया है।

निगम अधिकारियों के अनुसार, इन नए पिंजरों को इस तरह डिजाइन किया जाएगा कि वे केवल लोहे की जालियों का ढांचा न होकर, एक छोटे जंगल और तालाब का मिश्रण होंगे। पिंजरों में पानी से भरे तालाब होंगे, जिसमें पक्षी नहाने और खेलने का आनंद ले सकेंगे। साथ ही अंदर पेड़ों की तरह बने कृत्रिम ढांचे और बैठने के लिए लकड़ी जैसी संरचनाएं होंगी, जिससे पक्षियों को उड़ान भरने और बैठने के लिए पर्याप्त जगह मिल सकेगी।

कमला नेहरू जू में वर्तमान में कई प्रजातियों के देसी और विदेशी पक्षी रहते हैं, जिनमें मोर, बत्तख, कबूतर, तोता, और तोते की विभिन्न नस्लें शामिल हैं। इनकी सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए जू प्रशासन हर मौसम में विशेष इंतजाम करता है। गर्मियों में इनके पिंजरों में खस की घास लगाई जाती है, ग्रीन नेट से छाया की जाती है और साथ ही दवाइयों व ग्लूकोज की खुराक भी दी जाती है, ताकि वे लू और बीमारियों से बच सकें।

पिछले कुछ वर्षों में जू के कई पिंजरों की मरम्मत और सुधार कार्य पर लाखों रुपए खर्च किए गए हैं, लेकिन समय के साथ वे फिर से जर्जर हो गए। ऐसे में निगम ने तय किया है कि इस बार पुराने ढांचों की मरम्मत के बजाय, नए आधुनिक और प्राकृतिक माहौल वाले पिंजरे बनाए जाएं।

नए पिंजरे जू के गेट के पास नए हिस्से में बनाए जाएंगे। पूरा ढांचा स्टील और लोहे की मजबूत जालियों से ढका होगा, ताकि पक्षियों को बाहरी जानवरों या अन्य खतरों से पूरी तरह सुरक्षा मिल सके। नीचे बने तालाब में लगातार साफ पानी की आपूर्ति की जाएगी और उसकी सफाई के लिए फिल्टर सिस्टम भी लगाया जाएगा।

निगम का मानना है कि इस परियोजना से न केवल पक्षियों का जीवन स्तर बेहतर होगा, बल्कि यहां आने वाले पर्यटकों और बच्चों को भी एक अनोखा अनुभव मिलेगा। यह नया आकर्षण कमला नेहरू जू की लोकप्रियता को और बढ़ाएगा, जिससे शहर के पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।