
इंदौर में शुरू हुआ देश का सबसे बड़ा कार्बन-न्यूट्रल इंजीनियरिंग समागम
इंदौर के शेरेटन ग्रैंड पैलेस में आज से तीन दिवसीय कूल कॉन्क्लेव 2.0 का शुभारंभ हो गया है। 31 जुलाई से 2 अगस्त तक आयोजित यह कार्यक्रम देश का सबसे बड़ा कार्बन-न्यूट्रल इंजीनियरिंग कॉन्क्लेव होगा, जो हीटिंग, वेंटिलेशन, एयर कंडीशनिंग (HVAC & R) और बिल्ट एनवायरनमेंट इंडस्ट्री पर केंद्रित रहेगा। इस आयोजन का उद्देश्य भारत और वैश्विक स्तर पर डि-कार्बनाइजेशन यानी कार्बन उत्सर्जन में कटौती के लिए प्रभावी समाधान ढूंढना और उन्हें लागू करना है।
इस प्रतिष्ठित आयोजन का आयोजन इंडियन सोसायटी ऑफ हीटिंग, रेफ्रिजरेटिंग एंड एयर कंडीशनिंग इंजीनियर्स (ISHRAE) द्वारा किया जा रहा है। कॉन्क्लेव के उद्घाटन समारोह में इंदौर के महापौर पुष्य मित्र भार्गव विशेष अतिथि के रूप में शामिल होंगे। कार्यक्रम के दूसरे दिन शहरी विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय शिरकत करेंगे और समापन सत्र में सांसद शंकर लालवानी और खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग मौजूद रहेंगे।
ISHRAE इंदौर चैप्टर के अध्यक्ष अंकुश झंवर ने जानकारी दी कि इस कार्यक्रम को पूरी तरह से कार्बन-न्यूट्रल बनाने के लिए बिजली की खपत, ईंधन उपयोग, फूड वेस्ट, और ट्रैवल इमिशन्स जैसे सभी तत्वों का व्यापक ऑडिट किया जाएगा।
ISHRAE सचिव मनीषराज त्रिपाठी ने बताया कि यह कॉन्क्लेव न केवल नई तकनीकों, स्मार्ट बिल्डिंग्स और रेफ्रिजरेशन समाधानों पर केंद्रित रहेगा, बल्कि इनडोर एयर क्वालिटी, सस्टेनेबल हॉस्पिटैलिटी, कूलिंग एज अ सर्विस और फ्यूचर ऑफ रेफ्रिजरेंट्स जैसे विषयों पर भी विशेष सत्र आयोजित किए जाएंगे।
कॉन्क्लेव के चेयरपर्सन पंकज धारकर और को-चेयरपर्सन निशांत गुप्ता ने कहा कि इंदौर को आठ वर्षों से स्वच्छता में नंबर-1 शहर घोषित किया गया है, इसीलिए कूल कॉन्क्लेव का दूसरा संस्करण यहीं आयोजित किया जा रहा है। पहला संस्करण जयपुर में आयोजित हुआ था।
कॉन्क्लेव मीडिया प्रभारी मिलिंद इंगोले ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेट जीरो मिशन के समर्थन में यह आयोजन पूरी तरह कार्बन-न्यूट्रल बनाया जा रहा है। इसके अंतर्गत लो कार्बन फूड और लो इम्पैक्ट क्लोदिंग जैसी पहलें भी की जा रही हैं।
इस आयोजन में देशभर से 90 से अधिक स्पीकर्स, 250 से अधिक डिसीजन मेकर्स और 1400 से अधिक प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं। इसमें 200+ B2B इंटरेक्शन, 11 से अधिक डि-कार्बनाइजेशन एक्सीलेंस अवॉर्ड्स, नेटवर्किंग सेशन, प्रेरक स्पीच और सांस्कृतिक रात्रि जैसे कई आयोजन शामिल होंगे।
यह कार्यक्रम न केवल एक टेक्नोलॉजी और नॉलेज एक्सचेंज का मंच है, बल्कि भारतीय इंडस्ट्री के लिए एक थॉट लीडरशिप प्लेटफॉर्म के रूप में भी उभरेगा, जहां कंपनियां अपनी नवीनतम तकनीकों को प्रदर्शित कर सकेंगी और वैश्विक मानकों पर खुद को स्थापित कर पाएंगी।
- By Pradesh Express
- Edited By: Pradesh Express Editor
- Updated: Thu, 31 Jul 2025 07:21 AM (IST)